गोरखपुर के पर्वतारोही नीतीश सिंह ने टर्की के माउंट अरारत को किया फतह लहराया भारत का परचम
गोरखपुर! गोरखपुर के अंतरराष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह टर्की देश के सबसे ऊंची चोटी माउंट अरारत जिसकी ऊंचाई (16854 फिट) को फतह करने 22 तारीख को दिल्ली से इस्तामबुल पहुंचे, वहा से बस के द्वारा 22 घंटे का सफर तय करके टर्की के दोगुबेयाजित सिटी पहुंचे, 23 तारीख को आराम करने के बाद 24 तारीख की सुबह 8:00 बजे चढ़ाई की शुरुआत की करीब 6 घंटे चढ़ाई करने के बाद पहले कैंप पर पहुंचे जिसकी ऊंचाई 3000 मीटर थी बारिश व
मौसम खराब होने के कारण थोड़ी चढ़ाई में दिक्कत भी हुआ था, अगले दिन दूसरे कैंप के लिए 4 घंटे कठिन चढ़ाई के बाद करीब 1 बजे बेस कैंप 4200 मीटर की ऊंचाई पर पहुंचे। नीतीश को इस मिशन को कम से कम टाइम में पूरा करना था बेस कैंप के ऊपर केवल बादल ही दिखाई दे रहा था और मौसम भी खराब था फाइनल समिट के लिए 26 तारीख की रात 12:30 बजे निकले, कठिन व खड़ी चढ़ाई पर समिट करने में दिक्कत आ रहा था क्योंकि पूरा का पूरा पत्थरों से भरा हुआ रास्ता था जहां पर एक दो बार पत्थर ऊपर से भी आए और एक दो बार पैरों से खिसक के नीचे गए बहुत डर भी लग रहा था ऊपर से हड्डी गला देने वाला माइनस 15 डिग्री का टेंपरेचर था कभी कभी चलते चलते कहीं ना कहीं हिम्मत भी टूटती थी लेकिन लक्ष्य को पूरा करना था राष्ट्रीय ध्वज को देख कर कुछ शक्ति मिलता था।। कुछ घंटे चलने के बाद जब सवेरा हुआ मंजिल सामने दिखी तो हौसला और बुलंद हुआ कि नहीं अब तो फतह कर के ही जिंदा वापस जाना है मंजिल एकदम करीब था करीब 6 घंटे चलने के बाद सुबह 7:15 टर्की टाइम और करीब 9:45 भारत टाइम पर भारत का गौरवशाली तिरंगा फहराया औ एचपीसीएल, भारतीय सेना व उत्तर प्रदेश सरकार का लोगो माउंट अरारत पर फहराया।।माउंट अरारत की पूरी चढ़ाई 42 घंटे में पूर्ण किया।। नीतीश माउंट अरारत की चढ़ाई करने वाले पहले भारतीय व्यक्ति है जिसने टर्की देश के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट अरारत पर भारत का तिरंगा लहराया।।
पर्वतारोही नीतीश सिंह के इस मिशन के लिए 11 जुलाई को हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक राजीव गोयल ने मुंबई मुख्यालय पर एचपीसीएल का लोगो भेट किया, एवं इस अभियान के लिए नीतीश सिंह जी को शुभकामनाएं दी थी।