Sat. Dec 21st, 2024

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस!
गोरखपुर! गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर परिसर स्थित दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि योग को अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्राप्त हो चुकी है। आज सम्पूर्ण विश्व, योग दिवस को गर्व के साथ मना रहा है। इस वैश्विक मान्यता को संरक्षित करना हम सबका कर्तव्य है। योग को जीवन में निरन्तर प्रगति का अनिवार्य साधन बनाना चाहिए। योग से व्यक्ति न केवल वृद्धावस्था को रोक सकता है, बल्कि विभिन्न योग क्रियाओं द्वारा असामयिक मृत्यु को भी रोका जा सकता है। योग साधकों के लिए भारतीय शास्त्र परम्परा में कहा गया है कि जो लोग नियमित योग करते हैं, उनको बुढ़ापा नहीं आता और न ही किसी प्रकार का रोग पकड़ता है। योग दिवस प्रेरणादायक, विश्व कल्याण और विश्व शान्ति की कामना का पर्याय है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी लोग योग को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। आयुष मंत्रालय ने प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से जो प्रोटोकॉल दिए हैं, उससे जुड़ें। हम सभी सूर्य नमस्कार, पवनमुक्तासन, भुजंगासन को आसानी से अपना सकते हैं। बस ध्यान यह देना है कि यदि एक आसन झुकने वाला आपने किया है, तो उसके विपरीत आसन को भी समन्वय के साथ जोड़ना होगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने वर्चुअल उद्बोधन में कहा कि ’युज्यते अनेन इति योगः’ अर्थात जो जोड़ता है वही योग है। योग विचार पूरे संसार को परिवार की तरह जोड़ता है और ’वसुधैव कुटुम्बकम’ की भारत की प्राचीन परम्परा को आगे बढ़ाता है। इस वर्ष भारत में आयोजित जी-20 सम्मेलन में भी वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर थीम के साथ आयोजित हो रहा है। आज योग से आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक के लोग जुड़ रहे हैं। योग के लाभ से भली-भांति परिचित हो रहे हैं।
बढ़ते स्वास्थ्य संकटों से उत्पन्न पारिवारिक तनाव आदि के निदान में योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का आह्वान करते हुए कहा कि भारत की संस्कृति, सामाजिक संरचना और आध्यात्मिक दृष्टि ने हमेशा जोड़ने का काम किया। देश ने हमेशा नये विचारों, विविधताओं का संरक्षण किया। ‘योगः कर्मसु कौशलम्’ अर्थात योग से ही कर्म की कुशलता है। निष्काम कर्म योग के माध्यम से ही चेतना शक्ति, सामूहिक ऊर्जा और एक विकसित भारत का विकास हो रहा है। इसी संकल्प के साथ हम अपनी इस ऋषि परम्परा एवं विरासत को संरक्षित कर भारत को विश्वगुरु बनाये रखें।
इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ला एवं महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी योगाभ्यास में सम्मिलित हुए।

योग करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ