Mon. Dec 23rd, 2024

मरीज को बहला-फुसलाकर मेडिकल कॉलेज से प्राइवेट नर्सिंग होम ले जाने वाला एंबुलेंस 

सीज

गोरखपुर! गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऐसा वाक्य हमेशा सामने आता है जब मरीज को बहला-फुसलाकर मेडिकल कॉलेज से दलालों की शह पर उन्हें शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया जाता है जिनसे मोटी कमाई होती है एक तरफ तो मरीज के तीमारदारों की जेब काटी ही जा रही है दूसरी तरफ उन दलालों और एंबुलेंस के मालिकों का भी धंधा जोरों पर है ऐसा ही एक मामला बीती रात 12:00 बजे सामने आया जब मरीज को चोरी से प्राइवेट नर्सिंग होम में शिफ्ट किया गया। मगर तब तक इसकी भनक पुलिस को लग गई और इमरजेंसी के सामने खड़े प्राइवेट एंबुलेंस चालक को पुलिस ने पकड़ लिया।

जानकारी के मुताबिक, मरीज-एंबुलेंस माफिया पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। कुछ दिन पहले तीन एंबुलेंस सहित पांच वाहनों को पुलिस ने सीज किया था। शनिवार रात मेडिकल कॉलेज चौकी प्रभारी विवेक मिश्रा को सूचना मिली कि एक प्राइवेट एंबुलेंस मेडिकल कॉलेज में है, मरीज की सौदेबाजी चल रही है। बिहार के मरीज को बेहतर इलाज का झांसा देकर प्राइवेट नर्सिंग होम में शिफ्ट किया जाना है।

सूचना पर रात में 12 बजे के करीब पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। चौकी इंचार्ज दूर से ही एंबुलेंस की निगरानी कर रहे थे। चालक के आते ही उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम हरपुर बुदहट के अहमदपुर निवासी वीरेंद्र जायसवाल बताया। उसने पुलिस को बताया कि जहां पर नर्सिंग होम से भेजा जाता है, वहां पर जाकर मरीज को सिर्फ अस्पताल पहुंचाना ही उसका काम है। बताया कि मरीज को उसे तारामंडल के एक अस्पताल में पहुंचाना था। पुलिस ने एंबुलेंस को सीज कर दिया।

सीज हुआ एंबुलेंस